हमसफर

बंज़र ज़मीन पे बारिश की तरह हो तुम, रोज़े में नमाज के तरह हो तुम, याद किया ना किया क्यों पूछते हो, हमारी ज़िंदगी में सांसो की तरह हो तुम। मेरा साथ हमसफर तुम देना, अगर कम हो सांसे, तो सांसो में सांस देना, तुम मेरी जरूरत हो, हरपल तुम मेरे साथ रहना, अगर हो कोई शिकायत, तो आकर मुझसे कहना गलती से भी अगर गलती हो जाये, तो मुझे माफ़ कर देना, ख़फ़ा हो कभी बातें नहीं करना वैसी सज़ा फिर कभी ना देना, वैसे दिनों का क्या है होना या ना होना जब तेरे बिना पड़ता है रोना। मेरा हाल तो सिर्फ बुरा है वो मेरे हमदम मुझे पता है तुम कैसे जी रही हो बिन मेरे, मेरे सनम कभी कभी यूँही यूँही कभी कभी दिल थम सा जाता है याद तेरी आते ही खुद ब खुद आँँसू छलक सा जाता है। मुझे रुलाने के लिए तेरा रोना डराता है तेरा ना मेरे पास होना बैठे देर तक मुझसे बातें करना, थामे मेरे हांथों को उम्र भर चलना मेरा साथ हमसफर तुम देना अगर काम हो सांसे तो साँसों में सांस देना।।