गाना 1
अफसानों को हकीकत ने मारा
मुझको तो तेरी मोहब्बत ने मारा
खामखां शराब बदनाम हो गयी
मुझको तो तेरी शोहबत ने मारा।
जी रहा था मैं, कितना खुश अकेला
मुझको पहले तो, तेरी नज़रों ने मारा
मुस्कुराकर तूने, जो कहर था ढाया
चाह कर भी ये दिल रुक ना पाया
मुझको तो तेरी मोहब्बत ने मारा।
गुदगुदी उठी जब तेरे पास आया
करंट दौड़ उठा जब हाथ मिलाया
अच्छा खासा खुश रहता था पहले
तेरे जाने के बाद उदासी ने मारा
मुझको तो तेरी मोहब्बत ने मारा।
तेरा मिलना रहा, ज़िन्दगी में सबसे अच्छा
तेरा बिछड़ना रहा, ज़िन्दगी में सबसे बेज़ार
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