पिता book54
दो जोड़ी कपड़े में ज़िन्दगी बिता देना
बिना दिखावे के साधारण जीवन जीना
पाई पाई पैसे जोड़ अपने बच्चों को पढ़ाना
उस पिता के बारे में कुछ भी कम है कहना
हमारी बेहतरी के लिए प्रतिबंध लगा रखना
उनका बहुत बातों पे शख्त रूप अख्तियार कर लेना
हमारे भविष्य के लिए अपना आज कुर्बान कर देना
उस पिता के बारे में कुछ भी कम है कहना
अपना पेट काट कर अपने बच्चों का पेट भरना
अच्छे घर में बेटियों की शादी करना
साथ में अपना खुद का नया घर भी बना लेना
उस पिता के बारे में कुछ भी कम है कहना
खुद की ख्वाहिशों का गला घोंट देना
हमारे ख्वाबों के लिए दिन रात एक कर देना
कभी किसी से कोई शिकायत ना करना
उस पिता के बारे में कुछ भी कम है कहना।
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