ईश्वर

आपको चाहते सब हैं यहाँ बेपनाह
पर जल्दी कोई मिलना नहीं चाहता
अद्भुत मायानगरी रचाई है आपने
सब रहते है दुखी, सुख को भूल कर
फिरभी कोई यहाँ मरना नहीं चाहता
सब आये हैं यहाँ आपकी चाह में लेकिन
माया के मोह से कोई निकल नहीं पाता
ईश्वर आपकी इबादत करता है हर कोई लेकिन
ज़िन्दगी के जद्दोजहत में फंस कर है रह जाता।

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