बस रब जाने (Old Dairy 25.08.2004)
तेरी चाहतों को सीने से लगा कर,
ढेरों सपने देखे हैं हमने,
उन ख़्वाबों को सिरहाने रख कर,
काटीं हैं कितनी रातें हमने,
ढेरों सपने देखे हैं हमने,
उन ख़्वाबों को सिरहाने रख कर,
काटीं हैं कितनी रातें हमने,
वो बेख़बर मेरे हमसफर
मुझसे ज्यादा, तू खुद को भी ना जाने,
क्या होगा हमारे प्यार का
ना मैं जानूँ, ना तू जाने, बस रब जाने।
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