साहस book32
ख़ुश मिज़ाज मौसम में ख़ुश मिज़ाज हम
रहने दे यूँही ना दे कोई ग़म
जीवन मैंने माना की तूझमे है बहुत दम
साहसी हूँ, है साहस मेरा करम
तेरे हाँथों में माना के हैं भाग्य कि कमान
थका मुझे, गिरा मुझे, कर तू मुझे परेशान
हर समय की पटकथा पे गीत लिखता जांउगा,
धैरय है इतना के तूझे असमंजस करता जांउगा।
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