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Showing posts from May, 2025

गाना 1

अफसानों को हकीकत ने मारा मुझको तो तेरी मोहब्बत ने मारा खामखां शराब बदनाम हो गयी मुझको तो तेरी शोहबत ने मारा। जी रहा था मैं, कितना खुश अकेला मुझको पहले तो, तेरी नज़रों ने मारा मुस्कुराकर तूने, जो कहर था ढाया चाह कर भी ये दिल रुक ना पाया मुझको तो तेरी मोहब्बत ने मारा। गुदगुदी उठी जब तेरे पास आया करंट दौड़ उठा जब हाथ मिलाया अच्छा खासा खुश रहता था पहले तेरे जाने के बाद उदासी ने मारा मुझको तो तेरी मोहब्बत ने मारा। तेरा मिलना रहा, ज़िन्दगी में सबसे अच्छा  तेरा बिछड़ना रहा, ज़िन्दगी में सबसे बेज़ार 

disclaimer sharabi

शराब पीना भले ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो, लेकिन ज़िन्दगी को झेलने के लिए, दुनिया को बर्दाश्त करने लिए अत्यंत जरूरी भी है, पीते हुए बंदा कुछ पल सुकून से कम से कम जीता तो है वरना ज़िन्दगी में जद्दोजहत के अलावा है ही क्या। अब तो इस lockdown में शराबियों ने दिखा भी दिया है कि उनका economy में कितना योगदान है। दो बूंदे सबपे छिड़कते हुए ये ग़ज़ल सभी शराबी भाइयों को समर्पित करता हूँ। जय भैरव बाबा

go corona go

Go corona go go Diye jalao nau nau 9 baje raat 9 baje Diye jalao nau nau Go corona go go Mitron! Pehle ghar ki saari battiyan bujha do Andhera hie andhera faila do Phir nau mombattiyan jala do Ab batao andhera bhaaga ki nahin! Andhera bhaaga ki nahin! Go corona go  Diye jalao nau nau 9 baje raat 9 baje Diye jalao nau nau Go corona go go गो कोरोना गो गो दिये जलाओ नौ नौ 9 बजे रात 9 बजे दिये जलाओ नौ नौ गो कोरोना गो गो मित्रों! पहले घर की सारी बत्तियाँ बुझा दो अंधेरा ही अंधेरा फैला दो फिर नौ मोमबत्तियां जला दो अब बताओ अंधेरा भागा के नहीं! अंधेरा भागा के नहीं! गो कोरोना गो गो कोरोना गो दीये जलाओ नौ दीये जलाओ नौ रात 9 बजे 9 मिनट रात 9 बजे 9 मिनट दिये जलाओ नौ गो कोरोना गो! घनघोर अंधकार फैला है मन में डर का बसेरा है अगर तम को भगाना है तो बस दीप ही जलाना है बस दीप ही जलाना है सबको साथ चलते जाना है

Aadat caption & writeup

This video could help you in quitting smoke or cigarette. It is about smoking addiction hence many smokers could relate their life to this video. I was once a smoke addict but now left it successfully, as a writer I believe "An addiction can be suppressed by relative motivation", a little motivation could help you & what could be a strongest motivation than the life itself. Life is beautiful & it has been always. It is just our weakness which make us dependable upon the substances which ultimately turn out to be a bad habit. Overcoming bad habits specially smoking is essential because it kills & also burn you huge amount of money slowly & slowly just like burning cigarettes and the worst part is you neither realize that your body is deteriorating from inside nor you are loosing money on the other hand. So in both cases of smoking & alcoholism you are on loosing part a complete loss & loss situation. Some tips for quitting: ◆ Try to make something or so...

लप्रेक 5

याद है तुम्हे.... वो कॉलेज के दिन हम एक दूसरे से रात में ऑनलाइन चैट किया करते थे, तुम कैंपस में कम ही मिलती और बातें करती थी मुझसे, तुम्हे डर था कहीं लोग हमारे बारे में अफ़वाह ना उड़ाने लगें, जबकि हमारे बीच तो दोस्ती के अलावा कुछ था भी नहीं, हाँ हम एक दूसरे को पसंद जरूर करते थे लेकिन हमनें शायद उसको उस तरह के प्रेम और मोहब्बत वाले नज़रिए से नहीं देखा था। तुम्हारी सहेलियाँ मुझे तुमसे बातें करते देख मुस्कुराने लगती थीं, मेरे कमीने दोस्त भी कुछ मज़ाक कर लिया करते थे, इन सब के बीच हमें सिर्फ पता था कि हम अच्छे दोस्त हैं, हमें एक दूसरे से बातें करना अच्छा लगता था। मेरे अलावा जो कुछ तुम्हारे करीबी दोस्त थे जो बात बात पे तुमसे चिपकते रहते थे वो देख मुझे बहुत गुस्सा आता था, मुझे तो कभी इतने करीब आने नहीं देती थी तुम, ऐसा क्यों? खैर छोड़ो... बहुत मिन्नतों के बाद तुम उस दिन मेरे साथ बाहर घूमने के लिए तैयार हुई थी, मेरे बाइक पे तुम पहली बार बैठी थी, हम दोनों सीसीडी गए थे जहाँ मैंने तुम्हारे लिए डेविल्स ओन आर्डर किया था और तुम मेरे लिए कप्पूचिनो, वो आधे घंटे तुमसे बातें करना आज भी मुझे याद है। वापसी म...

लप्रेक 4

हेलो! हूं ह म म म बोलो क्या हुआ कुछ नहीं फिर कुछ बोल क्यों नहीं रही हो बस ऐसे ही अरे ये क्या बात हुई मुझे तुमसे बात नहीं करनी तो फिर फ़ोन क्यों किया तुमपे गुस्सा करने के लिए क्या! गुस्सा क्यों? तुम्हे नहीं मालूम नहीं तो.... ओह अच्छा जो कल तुमने फ़ोन किया था और मैं सिर्फ हाँ और ना कह रहा था हाँ उसी बात के लिए अरे बाबा तुम्हे पता है ना फ़ोन मम्मी पापा के रूम में है, तब वो वहीं बैठे हुए थे और तुम बार-बार ई लव यू बोलने के लिए कह रही थी, बताओ मैं कैसे बोलता। मुझे ये सब नहीं पता, जब मैंने बोला तो वापस बोलना था बस, तुम्हारा ई लव यू सुनने के लिए ही मैं घर से निकल कर टेलीफोन बूथ से फ़ोन करती हूँ तुम्हे नहीं मामूल क्या? हाँ पता है यार, सॉरी गलती हो गयी, अब से ऐसा नहीं होगा। ऐसे नहीं कान पकड़ के बोलो हा हा मैं कान पकडूँगा तो तुम्हे फ़ोन पे दिखेगा क्या? नहीं दिखेगा लेकिन फिर भी ईमानदारी से पकड़ो अच्छा बाबा ये लो पकड़ लिया सॉरी और लुवे यू वेरी मच भी उ म म म म पूच च च च ये लो पप्पी भी, अब ठीक है बस बस ज्यादा नहीं, ठीक है, ई लव ईयू टू! बाये बाये! फिर कब फ़ोन करोगी पता नहीं कब घर से निक...

लप्रेक 3

जिसे देखने की आदत हो जाये, जिसे देखे बिना मन ना लगे, जिसके लिए मैं क्लास जाता था, रविवार को चाहता था कि कैलेंडर से ही हटा जाए क्योंकि उस दी छूटी होती थी, वो दो घंटे का क्लास ही मेरी ज़िंदगी बन चुका था, उसका उस दिन कोचिंग नहीं आना, मेरा दिमाग बहुत सारे प्रश्नों को जन्म देने लगा था जैसे क्या उसे मुझसे बात करके अच्छा नहीं लगा, उसने मुझसे मेरा caste पूछा और मैंने बताया नहीं क्या इस वजह से वो नहीं आयी, दूसरी तरफ इन सवालों के जवाब देता ऐसी तो कुछ खराब बात हमारे बीच हुई ही नहीं फिर भला वो क्यों नहीं आएगी, caste नहीं बोलने के बाद उसने बोला तो की दोस्ती में caste जान कर क्या करना, मासूम दिल, दिमाग की सारी नकारात्मक बातों को नज़रंदाज़ कर उसमें कहीं खो जाता, अपनी स्वप्न नगरी में जहाँ खूबसूरत पहाड़ थे, वादियाँ थी, बादल, मखमली हवा, हरे घाँस, खूबसूरत फूलों की बगिया और उन सबके बीच सिर्फ मैं और स्वाति थे। अगले दिन वो क्लास में आई और पूरी तरह से मुझे इग्नोर किया, उसने मेरी तरफ देखा है नहीं, पूरे क्लास में सिर से नज़रे बचा मैं बस उसे ही देखता रहा कि अब वो पलटेगी और मुझे देखेगी लेकिन वो 2 घंटे बीत गएं उसने ए...

लप्रेक 2

जानती हो... कल सोंचा पुरानी डायरी ढूंढ तुम्हारे लिए जो शायरियाँ लिखा करता था उन्हें पढूँ... बहुत याद जो आ रही थी तुम्हारी, वो मेरे हर्फ़ हमारे प्यार पे चढ़े पवित्र पुष्प ही तो थे जो उस डायरी में कहीं दबे पड़े हैं ठीक उसी तरह जैसे तुम्हारे दिए कुछ फूल जो मिलें मुझे सूखे हुए उन पन्नों के बीच, वो एक छोटा सा सूखा गुलाब मुझे आज भी याद है जो तुमने दिया था साई बाबा मंदिर से लाकर मुझे आशीर्वाद स्वरूप, आज भी साई बाबा को देखता हूँ तो तुम्हारी याद आ जाती है। पता है उस पुरानी डायरी में तुमने मेरे लिए कुछ फिल्मी गाने लिखें थे वो भी पढ़े मैंने, जो तुमने लिखने के बाद घर जाकर पढ़ने को कहा था, उन पन्नो पे तुम्हारा स्पर्श आज भी महसूस कर सकता हूँ। भले ही हम दोनों आज अलग-अलग ज़िन्दगी जी रहे हैं लेकिन उस डायरी में मेरी कविता की पंक्तियाँ और तुम्हारे दिए गुलाब की पंखुड़ियाँ आज भी एक दूसरे के आगोश में दुनिया से छुप कर साथ में ज़िन्दगी गुजार रहे हैं एक प्रेमी युगल की तरह।